IMPORTANT QUESTION POL SCIENCE शीतयुद्ध का दौर


*शीतयुद्ध किसे कहते हैं?शीतयुद्ध से अभिप्राय उस तनावपूर्ण अंतरराष्ट्रीय राजनीति‌ स्थिति से है जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1945 से 1990 तक जारी रही।

      द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945)
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              मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र
         1. अमेरिका   1. इटली
         2. सोवियत संघ  2. जर्मनी
         3. ब्रिटेन            3.जापान
           4. फ्रांस
द्वितीय विश्व युद्ध सन 1939 में शुरू हुआ था और सन 1945 समाप्त हुआ था या युद्ध मुख्य रूप से मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र के बीच हुआ था जिसमें विजय मित्र राष्ट्र की हुई थी और धुरी राष्ट्र हार गया था ।
इस युद्ध के हारने से जर्मनी के तानाशाही शासक ने आत्महत्या कर ली थी जिसका नाम हिटलर,था

*क्यूबा मिसाइल संकट से आप क्या समझते हैं? 1. क्यूबा मिसाइल संकट अमेरिका के तरफ से लगा हुआ एक छोटा सा‌ दीपीय देश है। क्यूबा का जुड़ाव सोवियत संघ से था और सोवियत संघ उसे कूटनयि तथा वित्तीय सहायता देता था ।

2. अप्रैल 1961 में सोवियत संघ के नेताओं को यह चिंता सता रही थी कि अमेरिका साम्यवादीयो द्वारा समिति क्यूबा पर आक्रमण कर देगा और इस देश के राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो का तख्तापलट हो जाएगा। 

3. सोवियत संघ के नेता निकिता ख्रुश्चेव ने क्यूबा को रूस के सैनिक अड्डे के रूप में बदलने का फैसला किया ।1962 मे निकिता ख्रुश्चेव ने युव में परमाणु मिसाइलें तैनात कर दी ।इन हथियारों की तैनाती से पहली बार अमेरिका किसी के नजदीकी निशाने की  सीमा में आ गया। हथियारों की इस तैनाती के बाद सोवियत संघ पहले की तुलना में अब अमेरिका के मुख्य भूभाग के लगभग दुगने ठिकानों य शहरों पर हमला बोल सकता था।

4. क्यूबा में सोवियत संघ द्वारा परमाणु हथियार तैनात करने की खबर अमेरिका को 3 हफ्ते बाद लगी अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी और उनके सलाहकार ऐसा कुछ भी करने से हिचकी चाह रहे थे जिससे दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध शुरू हो जाए।

5. लेकिन वे इस बात को लेकर दृढ़ थे कि निकिता ख्रुश्चेव  क्यूबा से मिसाइलो और परमाणु हथियारों को हटा ले। कैनेडी ने आदेश दिया कि अमेरिका जंगी बेड़ों को आगे करके क्यूबा की तरफ जाने वाले सोवियत जहाजों को रोका जाए।

6. इस तरह अमेरिका सोवियत संघ को मामले के प्रति अपनी गंभीरता की चेतावनी देना चाहता था ऐसी स्थिति में यह लगा कि युद्ध होकर रहेगा परंतु युद्ध हुआ नहीं इसी को क्यूबा का मिसाइल संकट के रूप में जाना जाता है।

*शीत युद्ध की शुरुआत समकालीन विश्व में कब हुई थी? शीत युद्ध की शुरुआत समकालीन विश्व में आमतौर पर दूसरे विश्व युद्ध 1939 से 1945 के बाद के दौर को माना जाता है।

*दूसरे विश्व युद्ध का प्रभाव पश्चिमी ताकतवर देशों के अलावा विश्व के किन हिस्सों तक था? दूसरे विश्व युद्ध में विश्व के लगभग सभी ताकतवर देश शामिल थे इसके अलावा यह युद्ध यूरोप से बाहर के इलाकों में भी  फैला और इसका विस्तार दक्षिण पूर्व एशिया ,चीन, वार्मा तथा भारत के पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों तक
था।

*1945 में अमेरिका ने जापान के किन दो शहरों पर परमाणु बम गिराया था? हिरोशिमा और नागासाकी अगस्त 1945 में अमेरिका ने जापान के 2 शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर बम गिराया थे एक का नाम लिटिलबॉय था और दूसरे का नाम फैटमैन जो 15 और 21 किलो तन की क्षमता वाले बम थे ।

*अपरोध से आप क्या समझते हैं? संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के दिमाग में जो परमाणु बमों के प्रयोग के होने के फलस्वरूप जो भय था तथा जिसे दोनों राष्ट्रों ने स्वयं अपने लिए भयंकर बर्बादी लाने का कारण मानकर परमाणु बमों के प्रयोग से परहेज किया नहीं अपरोध( रोक और संतुलन) कहलाया था।

*नाटो की स्थापना कब हुई थी और  इस में कितने सदस्य देश शामिल थे? नाटो की स्थापना 1949 में हुई थी जिसमें कुल 12 देश शामिल थे।

*वारसा पैक्ट की स्थापना कब हुई थी और इसका मुख्य कार्य क्या थ? वारसा पैक्ट की स्थापना 1955 में हुई थी और इसका मुख्य काम था नाटो में शामिल देशों का यूरोप में मुकाबला कराना।

*संयुक्त राज्य अमेरिका के किन्ही दो सैन्य संगठन के नाम बताओ?  नाटो ,सीटो ,सेंटो

*महाशक्ति या छोटे देशों के साथ सैन्य संगठन क्यों रखती थी तीन कारण बताइए। महाशक्ति या छोटे देशों के साथ सैन्य संगठन ने मकानों से रखती थी।
1. महत्वपूर्ण संसाधनों के लिए।
2. भू क्षेत्र के लिए।
2. सैनिक ठिकाने के लिए।
4. आर्थिक मदद के लिए।

 महत्वपूर्ण संसाधनों के लिए। छोटे महाशक्तियों के पास संसाधनों के विशाल भंडार उपस्थित थे खासतौर पर इन देशों के पास तेल और खनिज के विशाल भंडार थे जिस कारण ना चाह कर भी बड़े देशो को इन छोटे देशों के प्रति झुकना तथा आकर्षित होना पड़ता थ।

भू क्षेत्र के लिए। इन छोटे देशों के पास भू क्षेत्र में काफी स्थल पर थे और महाशक्तियो के लिए सबसे बड़ी समस्या भू क्षेत्र की थी  कि इन्हें अपने हथियार और सेना का संचालन करने में समस्या होती थी।इसलिए छोटे देश महाशक्तियों के लिए वह क्षेत्र की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण थे।

सैनिक ठिकानों के लिए। सैनिक ठिकाने के लिए भी छोटे देश बड़ी महाशक्तियों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि  जहां से महाशक्ति या एक दूसरे की जासूसी कर सकती थी।

शीतयुद्ध के दायरे। शीत युद्ध के डायरो से अभिप्राय शीत युद्ध के दौरान घटने वाली घटनाओं से है।
 शीत युद्ध के दौरान अनेक महत्वपूर्ण घटनाएं घटी जिनमें कुछ महत्वपूर्ण थी। जैसे

क्यूबा मिसाइल संकट (1960)
कोरिया संकट (जो1950-1953 तक चला)
बर्लिन संकट (जो 1958 से 1962 तक चला)

और 1960 के दशक में कांगो संकट की शुरुआत और कई अन्य जगहों पर सीधे-सीधे मुठभेड़ की स्थिति में आ चुकी थी

*जर्मनी का एकीकरण कब हुआ था? जर्मनी का एकीकरण सन 1990 में हुआ था।

*भारत के किस नेता ने उत्तरी और दक्षिणी कोरिया के बीच मध्यस्थता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई? पंडित जवाहरलाल नेहरू ने

*गुटनिरपेक्षता से आप क्या समझते हैं?
गुटनिरपेक्षता की नीति का अर्थ है किसी देश अथवा राष्ट्रीय का अन्य बहुत से देशों द्वारा बनाए गए सैनिक गुटों में शामिल ना होना तथा किसी भी गुट या राष्ट्र के कार्य की सराहना या निन्हा आंख बंद करके बिना सोचे समझे न करना।

              गुटनिरपेक्ष आंदोलन के               प्रमुख संस्थापक।

1. पंडित जवाहरलाल नेहरू =  भारत के
2.       जोसेफ ब्रॉज टीटू       =   युगोस्लाविया के शासक
3.          वामे एनक्रोमा        =     घाना के जो पहले                                                            प्रधानमंत्री भी थे
4.       गमाल अब्दुल नासिर  =    मिश्र के
5.                सुकर्णो      =    इंडोनेशिया के

*गुट निरपेक्ष आंदोलन का प्रथम सम्मेलन कब और कहां हुआ था? गुट निरपेक्ष आंदोलन का प्रथम सम्मेलन सन1961 में बेलग्रेड में अपने प्रथम शिखर सम्मेलन में 25 राष्ट्रों की भागीदारी से यह आंदोलन आरंभ हुआ था।

*गुट निरपेक्ष आंदोलन का प्रथम सम्मेलन कम से कम तीन तीन बातों की परिणीति था? यह सम्मेलन कम से कम तीन बातों का परिणीति था।
1. पांचों देश एक दूसरे का हर संभव सहयोग करेंगे ।

2. शीत युद्ध का प्रसार करेंगे और इसके बढ़ते हुए दायरो का सामन निष्ठा पूर्ण और इमानदारी से करेंगे ।

3. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत से देशों खासतौर पर नव स्वतंत्र अफ्रीकी देशों का नाटकीय उदय हुआ 1960 तक संयुक्त राष्ट्र संघ में 16 नए अफ्रीकी देश सदस्य शामिल हो चुके थे।

*गुटनिरपेक्ष आंदोलन के नेता के रूप में शीत युद्ध के दौर में भारत ने किस दो स्थानों पर अपनी भूमिका निभाई।
1. एक स्तर पर भारत ने सजग और सचेत रूप से अपने को दोनों महाशक्तियों की खेमेबंदी से अलग रखा।

2. भारत ने उपनिवेशो के चुंगल से मुक्त हुए नव स्वतंत्र देशों के महाशक्तियों के खेमे में जाने का पुरजोर विरोध किया।

*परमाणु अप्रसार संधि (NPTएनपीटी) से आप क्या समझते हैं? इस संधि के अनुसार केवल वह देश परमाणु बम रख सकते हैं जो परमाणु शक्ति में संपन्न हो और बाकी देशों को परमाणु हथियार रखने से रोकती है। NPT के उद्देश्य को मध्य में रखते हुए उन देशों को परमाणु शक्तियों से संपन्न देश माना गया जिन्होंने 1 जनवरी 1967 से पहले किस किसी परमाणु हथियार अथवा अन्य विस्फोटक परमाणु सामग्रियों का निर्माण और विस्फोट किया हो एनपीटी के अनुसार 5 देशों को परमाणु शक्ति संपन्न माना गया अमेरिका सोवियत संघ बाद में रूस ब्रिटेन फ्रांस और चीन इस संधि पर 1 जुलाई 1968 को वाशिंगटन लंदन और मॉस्को में हस्तक्षेप हुआ और या 5 मार्च 1970 से प्रभावी हुई।

 NATO. उत्तर अटलांटिक संधि संगठन
SEATO. दक्षिण पूर्वी एशिया संधि संगठन
CENTO. केंद्रीय संधि संगठन
LTBT. सीमित परमाणु परीक्षण संधि
NPT. परमाणु अप्रसार संधि