CBSC NCERT CLASS 12 NOTES CHAPTER 1 राष्ट्र निर्माण की चुनौतियॉं (SECOND BOOK)
CLASS 12 NCERT CHAPTER 1 राष्ट्र निर्माण की चुनौतियॉं
अध्याय 1 राष्ट्रीय निर्माण की चुनौतियॉं
Q.भाग्यवधू से चिर-प्रतीक्षित भेंट। ट्रिस्ट विद डेस्टिनी से आप क्या समझते है?
Ans.सन 1947 के 14-15 - अगस्त की मध्य रात्रि को स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए एक भाषण दिया था। जिसे भाग्यवधू से चिर-प्रतीक्षित भेंट के नाम से जाना है।
Q. स्वतंत्रता प्राप्ति के वक्त किन दो बातों पर सबकी सहमति थी ?
Ans स्वतंत्रता प्राप्ति के वक़्त दो बातों पर सबकी सहमति थी।
(i) पहली बात यह है आज़ादी के बाद देश का शासन लोकतांत्रिक सरकार के जरिए चलाया जाएगा ।
(ii)दूसरी बात यह कि सरकार सबके भले के लिए काम करेंगी।
Q. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद मुख्य तौर पर भारत के सामने कौन सी तीन तरह कि चुनौतियाँ थीं। स्पष्ट कीजिए?
Ans. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद मुख्य तौर पर भारत के सामने तीन तरह चुनौतियाँ थीं।
(i) क्षेत्रीय अखण्डता को कायम करना
(ii)लोकतंत्र स्थापित करने की
(iii)समूचित विकास करने की
क्षेत्रीय अखण्डता को कायम करना :- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत की पहली, और तात्कालिक चुनौती एकता के सूत्र में बंधे एक ऐसे भारत को गढ़ने की थी जिसमें भारतीय समाज की सारी विविधताओं के लिए जगह हो।
भारत अपने आकार और विविधता में किसी महादेश के बराबर था। यहाँ अलग-2 बोली बोलने वाले लोग थे, उनकी संस्कृति अलग थी और वे अलग अलग धर्मो के अनुयायी थे। उस वक्त आमतौर पर यही माना जा रहा था कि इतनी विविधताओं से भरा कोई देश ज्यादा दिनों तक एकजुट नहीं रह सकता। इसलिए स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद समस्या क्षेत्रीय अखण्डता को कायम करने की थी।
(ii) लोकतंत्र कायम करने की:- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद दूसरी सबसे बड़ी समस्या लोकतंत्र कायम करने की थी। क्योंकि हमारे संविधान में मौलिक अधिकारों की गारंटी दी गई है और हर नागरिक को मतदान का अधिकार दिया. हैं।
भारत ने संसदीय शासन पर आधारित प्रतिनिधित्व मूलक लोकतंत्र को अपनाया। इन विशेषताओं से यह बात सुनिश्चित हो गई, कि लोकतांत्रित ढाँचे के भीतर राजनीतिक, मुकाबले होंगे लोकतंत्र को कायम करने के लिए लोकतांत्रिक संविधान जरूरी होता है लेकिन इतना भर काफी नहीं होता। चुनौती यह भी थी कि संविधान से मेल खाते लोकतांत्रिक व्यवहार - बरताव चलन में आए दूसरी सबसे बड़ी चुनौती लोकतंत्र कायम करने की थी।
(iii) समूचित विकास करने की:- तीसरी चुनौती थी ऐसे विकास की निमसे समूचे समूचे समाज का भला होता हो न कि कुछ एक तबके का। इस मोर्चे पर भी संविधान में यह बात साफ़ इस कर दी गई कि सबके साथ समानता का बरताव किया जाए और सामाजिक रूप से वंचित तबकों। तथा, धार्मिक- सांस्कृतिक अल्पसंख्यक समुदायों को विशेष सुरक्षा दी जाए। संविधान ने 'राज्य के 'नीति निर्देशक सिद्धांतों' के अन्तर्गत लोककल्याण के उन लक्ष्यों को स्पष्ट कर दिया था जिन्हें राजनीति को जरूर पूरा करना चाहिए था। अब असली चुनौती 'आर्थिक विकास' तथा गरीबी के खात्मे के लिए कारगर नीतियों को तैयार करने के थी।
Q.अमृता प्रीतम' का जीवन परिचय दो?
Ans.'अमृता प्रीतम' पंजाबी भाषा की प्रमुख कवयित्रीऔर कथाकार, थी।श्री उन्हें साहित्यिक उपलब्धियों के लिए, साहित्य अकादमी, पदमश्री और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जीवन के अंतिम समय तक वो दिल्ली में रही और इसी दौरान उन्होंने पंजाबी की साहित्यिक पत्रिका 'नागमणि का संपादन किया।
Q.स्वतंत्रता प्राप्ति के वक्त भारत में कुल कितने रजवाड़े थे?
Ans.565
Q.देसी रजवाड़ों की इस चर्चा से कितनी बातें सामने आती हैं?
Ans. (i)पहली बात यह कि अधिकतर रजवाड़ों के लोग भारतीय संघ में शामिल होना चाहते थे ।
(ii) दूसरी बात, यह कि भारत सरकार का रूख लचीला था और वह कुछ इलाको को स्वतंत्रता देने के लिए तैयार थी जैसा कि जम्मू-कश्मीर में हुआ।
(iii) तीसरी बात, विभाजन की पृष्ठभूमि में विभिन्न इलाकों के सीमांकन के सवाल पर खींचतान जोर पकड़ रही थी और ऐसे में देश की क्षेत्रीय अखण्डता - एकता का सवाल सबसे ज़्यादा- अहम हो उठा था ।
Q.'इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ एक्सेशन' से आप क्या समझते हैं?
Ans. अधिकतर रजवाड़ों के शासकों ने भारतीय संघ में विलय के लिए एक सहमति पत्र पर "हस्ताक्षर किए। इसी सहमति पत्र को 'इंस्ट्रूमेंट- ऑफ़ एक्सेशन कहा गया।
Q.किंन रियासतों का विलय भारतीय संघ में बाकियों की तुलना में थोड़ा कठिन सावित हुआ?
Ans.जूनागढ़, हैदरबाद, कश्मीर और मणिपुर
Q.'निज़ाम' कौन था?
Ans. निजाम हैदराबाद का शासक था और वह दुनिया के सबसे दौलतमंद लोगों में शुमार किया जाता था। निजाम चाहता था कि हैदराबाद की रियासत को आजाद रियासत का दर्जा दिया जाए ।
Q. रज़ाकार कौन था?
Ans. रज़ाकार अव्व बम दर्जो के सांप्रदायिक और अत्याचारी थे।
Q. भारत का "लौह पुरुष" किसे कहा जाता है?
Ans. सरदार वल्लभभाई पटेल को।
Q. मणिपुर के राजा कौन थे?
Ans. Bodhchandra Singh
Q. भारत का पहला राज्य कौन सा है जहां सार्वभौम व्यस्त मताधिकार के सिद्धांत को अपना कर चुनाव हुआ?
Ans. (Manipur) मणिपुर
Q. कांग्रेस का नागपुर अधिवेशन कब हुआ था?
Ans.सन 1920 मे।
Q.देश के विभाजन से प्रभावित दो राज्यों के नाम बताएँ ?
Ans.पंजाब और पश्चिम बंगाल
Q.राज्य पुनर्गठन आयोग की स्थापना कब हुई थी?
Ans.सन् 1953 में
Q.राज्य पुनर्गठन अधिनियम कब पारित (पास) हुआ था?
Ans. 1956 में
Q.राज्य पुनर्गठन आयोग का काम क्या था? इसकी प्रमुख सिफारिश क्या थी?
Ans.राज्य पुनर्गठन का काम राज्यों के सीमाकन के मामले पर गौर करना था। इसकी मुख्य सिफारिश यह थी की राज्यों की सीमाओं का निर्धारण वहा बोली जाने वाली भाषा के आधार पर होना चाहिए। इसी रिपोर्ट के आधार पर सन 1956 में राज्य पुनर्गठन, अधिनिचम पास हुआ। इस अधिनियम के आधार पर 14 राज्य और 6 केन्द्रशासित प्रदेश बनाए गए।
Qवर्तमान में किन राज्यों में नए राज्य बनाने के लिए आंदोलन चल रहे हैं?
Ans.महाराष्ट्र में विदर्भ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में
Q.हरित प्रदेश और पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में राज़्य बनाने के ऐसे आंदोलन चल रहे हैं?
Q.पोट्टी श्रीरामुलु कौन था?
Ans.पोट्टी श्रीरामुलु एक गाँधीवादी कार्यकर्ता थे। उन्होंने नमक सत्याग्रह में भाग लेने के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। आंध्र प्रदेश नाम से अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर 19 october 1952 से आमरण अनशन पर बैठ गए थे। और 15 Decembe 1952 को अनशन को दौरान ही मृत्यु हो गई थी।
Q.1966 में पंजाब से अलग कर के कौन से दो राज्य बनाए गए?
Ans.हरियाणा और हिमाचल प्रदेश
Qसन् 2000 में किन तीन राज्यों का गठन किया गया था?
Ans.उत्तराखण्ड, झारखण्ड, और छत्तीसगढ़
Q.औपनिवेशिक शासन के समच प्रांतो की सीमाएँ किस लिहाज से तय की गई थीं?
प्रशासनिक सुविधा के लिहाज़ से।
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