,एक दल के प्रभुत्व का दौर CLASS 12 POL SCIENCE (SECOND BOOK) CHAPTER 2 || NOTES IN HINDI
अध्याय 2 "एक दल के प्रभुत्व का दौर"
Q.स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारतीय नेता राजनीति को किस रूप में देखते थे? Ans. वे राजनीति को समस्या के रूप में नहीं देखे थे बल्कि वे राजनीति को समस्या के समाधान के रूप में देखते थे।
Q.भारत का संविधान कब लागू हुआ था? Ans.जनवरी 26 जन 1950 को।
Q.स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश का शासन कौन चला रही थी ? Ans.अंतरिम सरकार
Q.प्रथम आम चुनाव कब हुआ था?
Ans. प्रथम आम चुनाव 1950 के अंतिम दशक में और 1951 के शुरूआत में हुआ।
Q.अलां की बेटी 'फलां की बीवी का क्या अर्थ है? Ans. मतदाता सूचियो का जब पहला प्रारूप प्रकाशित हुआ तो पता चला कि इसमें 40 महिलाओ के नाम दर्ज से रह गए ह। इन महिलाओं को ''अला, की बेटी' के रूप में दर्ज किया गया था।
Q.किस दशक के अंत में ने चुनाव आयोग ने'EVM' का इस्तेमाल शुरू का किया ?
Ans. सन् 1990 के दशक के अंत में ।
Q. संपूर्ण देश में 'EVM' का इस्तेमाल चालू गया था?
Ans.सन 2004
Q.भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे ?
Ans. मौलाना अबुल क़लाम
Q.किस चुनाव को एक "हिंदुस्तानी संपादक ने इतिहास का सबसे बड़ा जुआ" करार दिया था?
Ans.प्रथम आम चुनाव को।
Q.पहले आम चुनाव में दूसरे नंबर पर कौन सी पार्टी रही थी?
Ans.भारतीय कम्पनिस्ट पार्टी ।
Q.सन 952 का आम चुनाव पूरी दुनिया में लोकतंत्र के इतिहास के लिए क्या साबित हुआ?
Ans.मील का पत्थर साबित हुआ ।
Q. पहले तीन चुनावों में कांग्रेस के प्रभुख का वर्णन करो?
Ans.हाँ, पहले तीन चुनावों में कांग्रेस का प्रभुत्व रहा था जिसके निम्न कारण थे।
1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लोक प्रचलित नाम कांग्रेस पार्टी था और इस पार्टी को स्वाधीनता संग्राम की विरासत हासिल थी।
2.फिर इस पार्टी में खुद जवाहरलाल नेहरू थे जो भारतीय राजनीति के सबसे करिश्माई और लोकप्रिय नेता थे । नेहरू ने कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियान की अगुआई की और पूरे का दौरा किया ।
3.जब चुनाव परिणाम घोषित हुए तो कांग्रेस पार्टी को भारी-भरकम जीत भूतों को आश्चर्य हुआ इस पार्टी ने लोकसभा के पहले चुनाव में कुल 489 सीटों में 364 सिटे जीती और इस तरह वह किसी भी प्रतिनिधित्व से चुनावी दौड़ में बहुत आगे निकल गई।
4.जहां तक सीटों पर जीत हासिल करने का सवाल है पहले आम चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी दूसरे नंबर पर रही।उसे कुल 16 सीटें हासिल हुआ।
प्रथम आम चुनाव कुल सीट 489 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारती यकम्युनिस्ट पार्टी 364 सीट 16सीट अन्य पार्टी 9सीट
5.1952-1962 के बीच कांग्रेस पार्टी जिस तरह वाही रही उसी तरह दूसरा आम चुनाव 1957 में और तीसरा 1962 में हुआ। इन चावन में भी कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा में अपनी स्थिति बरकरार रखी और उसे तीन चौथाई सीटे मिली। कांग्रेस पार्टी को जितनी सीटे मिली थी उसका दशांश भी कोई विपक्ष पार्टी नहीं जीत सकी। तो इस तरह पहले तीन चुनावो में कांग्रेस का प्रभुत्व रहा था।
Q.भारत की पहली स्वास्थ्य मंत्री कौन थी?
Ans.राजकुमारी अमृतकौर
Q.केरल के पहले मुख्यमंत्री कौन थे?
Ans.ई.एम.एम.नम्बूदरीपाद।
Q.सोशलिस्ट पार्टी का गठन कब हुआ था? Ans.आचार्य नरेंद्र देव
Q.सोशलिस्ट पार्टी के किन्हीं दो नेताओं के नाम बताओ? Ans.1) जयप्रकाश नारायण 2) अशोक मेहता
Q.PRI की स्थापना कब हुई थी? Ans.सन 1929 में।
Q.संविधिन सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे? Ans.बाबा साहब भीमराव राम जी अंबेडकर।
Q.भारत के पहले संचार मंत्री कौन थे? Ans.रफी अहमद किदवई ।
Q.'कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया, की स्थापना किसने की थी ? Ans. ए.के गोपालन
Q.CPI के किन्हीं दो नेताओं के नाम बताओ? Ans.ए.के.गोपालन,एस.ए.डांगे
Q. "भारतीय जनसंघ" की स्थापना कब हुई थी? Ans.सन 1951
Q. भारतीय जनसंघ की स्थापना किसने की थी ? Ans.दीन दयाल उपाध्याय
Q.कांग्रेस किन अर्थों में एक विचारधारात्मक गठबंधन थी? कांग्रेस में मौजूद विभिन्न विचारधारात्मक उपस्थितियों का उल्लेख करें? Ans.कई मायनों में कांग्रेस एक विचारधारात्मक गठबंधन थी।
(1)कांग्रेस का जन्म 1885 में हुआ था। उस वक्त यह नवशिक्षित, कामकाजी और व्यापारिक वर्गों का एक हित समूह भर थी लेकिन 20 वीं सदी में इसमें जन आंदोलन का रूप ले लिया। इस वजह से कांग्रेस ने एक जनव्यापी राजनीतिक पार्टी का रूप लिया और राजनीतिक व्यवस्था में इसका दबदबा कायम हुआ।
2).शुरू शुरू में कांग्रेस में अंग्रेजी ,अगड़ी जाति ऊँचले मध्यवर्ग और शहरी अभिजन का बोलबाला था। लेकिन कांग्रेस ने जब भी सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाया जिसमें उसका सामाजिक आधार बढ़ा।
3.) कांग्रेस ने परस्पर विरोधी हितों के कई समूहों को एक साथ जोड़ा। कांग्रेस में किसान और उद्योगपति, शहर के वाशिंदे और गाँव के निवासी, मज़दूर और मालिक एवं मध्य, निम्न और उच्च वर्ग तथा जाति सबको जगह मिली। धीरे-२ कांग्रेस का नेतृवर्ग भी विस्तृत हुआ ।
4). इसका नेतृत्व अब उच्च जाति या जाति के पेशेवर लोगों तक ही सीमित नही रहा। इसमें खेती-किसानी की बुनियाद वाले तथा गांव गिरान की तरफ रुझान रखने वाले नेता भी उभरे। आज़ादी के समय तक कांग्रेस एक सतरंगे सामाजिक गठबंधन की शक्ल अख्तियार कर चुकी थी और वर्ग, जाति, धर्म, भाषा तथा अन्य हितों के आधार पर इसका सामाजिक गठबंधन से भारत की विविधता की नुमाइंदगी हो रही थी।
5.) कई बार यह भी हुआ कि किसी समूह ने अपनी पहचान को 'कांग्रेस के साथ एकसार नहीं किया और अपने अपने विश्वासों को मानतें हुए बतौर एक व्यक्ति या समूह के कांग्रेस के भीतर बने रहे। इस अर्थ में कांग्रेस एक विचारधारात्मक गठबंधन भी थी। अत कांग्रेस ने अपने अंदर क्रांति कारी और शांतिवादी, कंजरवेटिव और रेडिकल, गरमपंथी और नरमपंथी दक्षिणपंथी, वामपंथी 'और हर धारा के मध्यमार्गियों को' समाहित किया।
Q.स्वतंत्र पार्टी की स्थापना कब हुई थी? Ans.अगस्त 1959 में
Q.'स्वतंत्र पार्टी की स्थापना किसने की थीं? Ans.सी. राजगोपालाचारी।
Q.सबसे पहले किस भारतीय को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था? . Ans.सी.राजगोपालाचारी
Q.स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल कौन थे? Ans..सी.राजगोपालाचारी
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