Class 11 Pol-Science Chapter - 1 Notes in Hindi (संविधान - क्यों और कैसे)

Class 11 Pol-Science Chapter - 1 Notes in Hindi (संविधान - क्यों और कैसे). संविधान किसी भी देश का वह लिखित दस्तावेज होता है जिसके माध्यम से उस देश की
Class 11 Pol-Science Chapter - 1 Notes in Hindi

 संविधान - क्यों और कैसे Chapter - 1

(संविधान) - संविधान किसी भी देश का वह लिखित दस्तावेज होता है जिसके माध्यम से उस देश की प्रणाली को चलाया जाता है।

*भारत के संविधान

निर्माण : संविधान सभा द्वारा इसका निर्माण किया गया।
कुल समय : 2 वर्ष 11 महीना 18 दिन
बन के तैयार हुआ : 26 नवंबर 1949
लागू : 26 जनवरी 1950

*संविधान सभा अध्यक्ष

स्थायी अध्यक्ष: डॉ राजेंद्र प्रसाद
अस्थायी अध्यक्ष: डॉ सच्चिदानंद सिन्हा
प्रारूप समिति अध्यक्ष: डॉ भीमराव अंबेडकर
(इन्हें भारती विधान का जनक भी कहा जाता है)

*हमें संविधान की आवश्यकता क्यों होती है:-

(i) संविधान तालमेल बढाता है और भरोसा दिलाता है।

(ii)निर्णय - निर्माण शक्ति की विशिष्टताएँ

(iii)सरकार की शक्तियों पर सीमाएं

(iv)एक समाज की आंकाक्षए और लक्ष्य

* संविधान के कार्य

(i)संविधान का पहला काम यह है कि वह बुनियादी नियमों का एक ऐसा समूह उपलब्ध कराये जिससे समाज के सदस्यों में एका न्यूनतम समन्वय और विश्वास बना रहें।

(ii) संविधान का दूसरा काम यह स्पष्ट करना है कि समाज में निर्णय लेने की शक्ति किसके पास होगी। संविधान यह तय करता है कि सरकार कैसे निर्मित होगी।

(ⅲ) संविधान का तीसरा काम यह है कि वह सरकार द्वारा अपने नागरिकों पर लागू किये जाने वाले कानूनों पर कुछ सीमाएँ लगाए थे सीमाएं इस रुप मे मौलिका होती है कि सरकार कभी उसका उन्लंघन नहीं कर सकती।

(iv) संविधान का चौथा काम है कि सरकार ऐसी क्षमता प्रदान की जिसमें वह जनता की आंकाक्षाओ को पूरा कर सके और एक न्यायपूर्ण समाज की स्थापन के लिए उचित परिस्थितियों का निर्माण कर सकें।

Q: सफल संविधान की मुरन्य विशेषता क्या होती है?

उतर. एक सफल संविधान की यह विशेषता है कि यह प्रत्येक व्यक्ति को संविधान के प्रावधानो का आदर करने का कोई कारण अवश्य देक

-: उदाहरण के लिए जिस संविधान मे बहुसंख्यको को समाज के अल्पसंख्यक समूहों का उत्पीड़न करने की अनुमति दी गई हो वहाँ अल्पसंख्यक के पास कोई कारण नही होगा।

(संस्थाओ की संतुलित रूपरेखा)

*ढंग से बनाये संविधान में शक्तियों को इस प्रकार बांट दिया जाता है जिसमें कोई एक समूह संविधान को नष्ट न कर सके।
ऐसा करने के लिए शक्तियों को कई संस्थाओं में बाँट दिया जाता है।  

उदाहरण के लिए भारतीय संविधान शक्ति को एक समान धरातल पर। 

विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका

*इसमें यह सुनिश्चित हो जाता है कि यदि कोई एक संस्था संविधान को नष्ट करना चाहे तो अन्य दूसरी संस्थाएँ उसके अतिक्रमण को नियंत्रित कर लेगी।

* अवरोध और संतुलन के कुशल प्रयोग ने भारतीय संविधान की सफलता सुनिश्चित की है।

*भारतीय संविधान कैसे बना

*औपचारिक रूप से एक संविधान सभा ने संविधान को बनाया जिसे अविभाजित भारत में निर्वाचित किया गया था।

*इसकी पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई और फिर 14 अगस्त 1947 को विभाजित भारत के संविधान सभा के रूप में इसकी बैठक हुई।

*संविधान सभा के सदस्य 1935 में स्थापित प्रांतीय विधान सभाओ के सदस्यों द्वारा अप्रत्यक्ष विधि से चुने गए।

* संविधान की रचना कैबिनेट मिशन के प्रस्ताव के तहत हुई थी।

*प्रत्येक प्रांत, देशी रियासत या रियासतों के समूह को उनकी जनसख्या के अनुपात मे सीटे दी गई । मोटे तौर पर दस लाख की जनसंख्या पर एक सीट का अनुपात रखा गया।

*प्रत्येक प्रांत की सीटों को तीन प्रमुख समुदायो - मुसलमान, सिख और सामान्यत में उनकी जनसंख्या के अनुपात में बांट दिया गया।

* देशी रियासतों के प्रतिनिधियो के चुनाव का तरीका उनके परामर्श से तय किया गया।

संविधान सभा का स्वरूप

  • पहली बैठक 9 Dec 1946 (389 सदस्य) संविधान सभा ने अपना अस्थायी अध्यक्ष चुना (सच्चिदानंद सिन्हा)
  • दूसरी बैठक 11 Dec 1946 सविधान सभा ने (डॉ.राजेंद्र प्रसाद) को स्थायी अध्यक्ष के रूप में चुना
  • तीसरी बैठक में 13 दिसंबर 1946 को जे.एल नेहरू ने संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया ।
  • 3 जून 1947 की योजना के तहत विभाजन के परिणामस्वरूप वे सदस्य जो पाकिस्तान के अधीन आने वाले क्षेत्रो से चुने गए गए थे, वे संविधान सभा के सदस्य नहीं रहें।
  •  विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटाकर 299 कर दी गई ।
  • 284 सदस्या वास्तव में 24 Jan 1950' को मौजूद और अंत में पारित होने पर संविधान में अपने हस्ताक्षर किए।
  • संविधान सभा ने. 26 Nov 1949 को अपनाए जाने वाले संविधान को तैयार करने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय बिताया और 26 Jan 1950 को लागू हुआ।
  • सभी  धर्मी के सदस्यों की ऊपर बतायी गयी विधि से प्रतिनिधित्व दिया गया।
  • इसके अतिरिक्त संविधान सभा में अनुसूचित जातियों के अठाईस सदस्य थे।
  • जहाँ तक राजनीतिक दलों का सवाल है विभाजन के बाद संविधान सभा में कांग्रेस का वर्चस्व था और उसे 82 प्रतिशत सीटे प्राप्त की थीं। लेकिन कांग्रेस स्वयं विविधताऔ से भरी हुई एक ऐसी पार्टी था जिसमें लगभग सभी विचार धाराओं की नुमाइदंगी थी।
Q: संविधान का कौन-सा प्रावधान बिना किसी वाद-विवाद के पास हो गया था?

उतर . सार्वभौमिक मताधिकार
(सार्वभौमिक मताधिकार) : सार्वभौमिक मताधिकार धर्म, जाति, शिक्षा, लिंग और आय के आधार पर भेद‌भाव के बिना  सभी नागरिको को एक निश्चित आयु प्राप्त करने पर वोट देने का अधिकार होगा।

(कार्यविधि)
  • विभिन्न मुद्‌दों के लिए संविधान सभा की आठ मुख्य कमेटियां थी। आम तौर पर जवाहरलाल नेहरू, राजेन्द्र प्रसाद, सरदार पटेल 'या बी. आर. अंबेडकर इन कमेटियों की अध्यक्षता करते हैं।
  • ऐसे लोग थे जिनके विचार हर बात पर एक-दूसरे के समान नहीं थे अंबेडकर तो कांग्रेस और गांधी के कड़े अलोचक थे। पटेल और नेहरू बहुत-से मुद्दो एक-दूसरे से असहमत थे।
  • फिर भी सबने एक साथ मिलकर काम किया। प्रत्येक कमेटी ने आम तौर पर संविधान को कुछ-कुछ प्रावधानों का प्रारूप तैयार किया कि पर बाद में पूरी संविधान सभा में चर्चा की गई।
  • संविधान सभा की बैठक 166 दिनों तक लाली ।

Q.सविधान सभा समक्ष उद्देश्य - प्रस्ताव कब और किसने किया था?

Ans- 1946 में नेहरु द्वारा किया गया।

 उद्देश्य-प्रस्ताव की मुख्य विशेषता

i) इस प्रस्ताव में संविधान की सभी आकांक्षाओं और मूल्यों की समाहित किया गया है।

ii) इस प्रस्ताव में संविधान सभा के उद्देश्यों को परिभाषित किया गया था।

iii) इसी प्रस्ताव का आधार पर हमारे संविधान में समानता, स्वतंत्रता, लोकतंत्र संप्रभुता और एक सर्वजनीन पहचान जैसी बुनियादी प्रतिबध्दताओं को संस्थागत स्वरूप दिया गया।