Class 12th history Chapter - 7 Notes in Hindi (एक साम्राज्य की राजधानी विजयनगर)
"एक साम्राज्य की राजधानी विजयनगर"
प्रस्तावना :- विजयनगर अथवा "विजय का शहर" एक शहर और एक साम्राज्य दोनों के लिए प्रयोग किया जाता था। इस साम्राज्य की स्थापना चौदहवीं शताब्दी में की गई थी। यह साम्राज्य उत्तर में कृष्णा नदी से लेकर प्रायद्वीप के दक्षिण तक फैला हुआ था। 1565 में इस साम्राज्य पर आक्रमण किया गया और इसे लुटा गया। बाद में यह उजड़ गया । सत्रहवीं-अठारहवीं शताब्दियों तक यह साम्राज्य लगभग पूर्ण रूप से नष्ट हो गया था, परंतु फिर भी कृष्णा - तुंगभद्रा दोआब क्षेत्र के निवासियो की स्मृतियों में जीवित रहा। उन्होंने इसे हम्पी नाम से याद रखा।
Q1.विजयनगर साम्राज्य के जानकारी के मुख्य स्रोत क्या है?
उतर. ⅰ) मौखिक परंपराएँ और पुरातात्विक खोजें
ii)स्थापत्य के नमूने
iii) अभिलेख तथा दस्तावेज
Q2. विजयनगर की स्थापना कब और किसने की थी?
उतर. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना सन् 1336 में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
Q3. विजयनगर साम्राज्य का पहला सर्वेक्षण मानचित्र किसने तैयार किया था और यह किस पर आधारित था?
उतर. विजयनगर साम्राज्य का पहला सर्वेक्षण मानचित्र कॉलिन मैकेन्जी द्वारा तैयार, किया गया था और उनके द्वारा हासिल शुरुआती जानकारियाँ विरुपाक्ष मंदिर तथा पम्पा देवी के पूजास्थल के पुरोहितों की स्मृतियों पर आधारित थी।
Q4. दो भाई हरिहर और बुक्का किस वंश से संबंधित थे?
उतर. संगम वंश से।
Q5. कॉलिन मैकेन्जी कौन था ?
उतर. कॉलिन मैकेन्जी एक अभियंता, सर्वेक्षक तथा मान चित्रकार और भारत के पहले सर्वेयर जनरल थे।
Q6. कॉलिन मैकेन्जी ने भारत के अतीत को बेहतर ढंग से समझने और उपनिवेश के प्रशासन को आसान बनाने के लिए उन्होंने किन सर्वेक्षणों का आरंभ किया ?
उत्तर. कॉलिन मैकेन्जी ने भारत के अतीत को बेहतर ढंग से समझने और उपनिवेश के प्रशासन को आसान बनाने के लिए उन्होंने इतिहास से संबंधित स्थानीय परंपराओं का संकलन तथा ऐतिहासिक स्थलों का सर्वेक्षण करना आरंभ किया।
Q7. कॉलिन मैंकेन्जी का विवरण विजयनगर साम्राज्य को समझने में कहाँ तक उचित है?
Q8. कुदीरई चेट्टी से आप क्या समझते है?
उत्तर. विजयनगर साम्राज्य में घोड़े के व्यापारियों को कुदिरई चेट्टी के नाम से जाना गया।
Q9. विजयनगर साम्राज्य किसके लिए प्रसिद्ध था? यहाँ व्यापार की दो मुख्य विशेषता क्या थी?
उतर. विजयनगर साम्राज्य मसालों, वस्त्रों तथा रत्नों के अपने बाजार के लिए प्रसिद्ध था।
नोट : व्यापार की दो मुख्य विशेषता:-
i) यहाँ की समृद्ध जनता महँगी विदेशी वस्तुओं की माँग करती थी विशेष रूप से रत्नों और आभूषणों के।
ⅱ) व्यापार प्राप्त राजस्व राज्य की समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता था।
Q10. प्रतिस्पर्धी राज्यों के लिए अरब तथा मध्य एशिया से घोड़ों का आयात क्यों महत्त्वपूर्ण था?
उत्तर. क्योंकि इस काल में युद्धकला प्रभावशाली अश्वसेना पर आधारित थी।
Q11. राय कौन थे?
उतर. विजयनगर साम्राज्य के शासक स्वयं को राय शब्द से संबोधित करते थे।
Q12. दक्षिण भारत के किन राजवंशों ने तंजावुर के बृहदेशवर मंदिर तथा बेलूर के चतनेकशव मंदिर को संरक्षण प्रदान किया था ?
उतर. चोलों और होयसालों ने ।
Q13. राक्षसी - तांगड़ी के युद्ध से आप क्या समझते है?
उतर. सन् 1565 में विजयनगर की सेना प्रधानमंत्री रामराय के नेतृत्व में राक्षसी - तांगड़ी के युद्ध में उतरी जहां उसे बीजापुर, अहमदनगर, तथा गोलकुण्ड की संयुक्त सेनाओं द्वारा करारी हार मिली। जिसे राक्षसी - तांगड़ी के युद्ध के नाम से जाना गया।
Q14. कृष्णदेव राय ने अपनी माँ के नाम पर विजयनगर कृष्णदेव के समीप किस उपनगर की स्थापना की थी ?
उतर. नगलपुरम्
Q15.अराविदु राजवंश ने विजयनगर साम्राज्य पर किन दो स्थानों से शासन किया ?
उतर. i) पेनुकोण्डा
ii) चन्द्रगिरी
Q16. विजयनगर साम्राज्य के पतन होने के मुख्य कारण क्या थे ?
उतर i). कृष्णदेव राय जैसे शासकों का ना होना ।
ii) राक्षसी - तांगड़ी का युद्ध व 1565 में साम्राज्य पर आक्रमण
iii) रामराय की जोखिम भरी नीति ।
iv) सुल्तानों की सेना ।
17. नायक कौन थे और इनकी मुख्य विशेषता क्या थी ?
उतर. नायक सेना प्रमुख होते थे उनके पास सशस्त्र समर्थक सैनिक होते थे।
नायक की मुख्य विशेषताएँ :
ⅰ) नायक शासकों के किलों पर नियंत्रण रखते थे और उनके पास स्वयं के सशस्त्र समर्थ सैनिक होते थे।
ii) यह प्रमुख आमतौर पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमणशील होते थे और कई बार बसने के लिए उपजाऊ भूमि की तालाश में किसान भी उनका साथ देते थे।
iii) नायक आमतौर पर तेलुगू या कन्नड़ भाषा बोलते थे।
Q18. विजयनगर साम्राज्य के उत्थान में अमर - नायक प्रणाली के महत्व का मूल्यांकन कीजिए।
उतर i). अमर-नायक प्रणाली विजयनगर साम्राज्य की एक प्रमुख राजनीति खोज थी। ऐसा प्रतीत होता है कि इस प्रणाली के कई तत्व दिल्ली सल्तनत की इस प्रणाली से लिए गए थे।
ⅱ) अमर- नायक सैनिक कमांडर थे, जिन्हें राय द्वारा प्रशासन के लिए राज्य क्षेत्र दिए जाते थे।
iii) अमर - नायक किसानों, शिल्पकारों क्या व्यापारियों से भू राजस्व तथा अन्य कर वसूलते थे।
iv) राजस्व का कुछ भाग मंदिरों तथा सिंचाई के साधनों के रख-रखाव के लिए भी खर्च किया जाता था।
v) अमर - नायकों के दल आवश्यकता के समय विजय-नगर के शासकों को भी एक प्रभावी सैनिक सहायता प्रदान करते थे।
vi) अमर - नायक राजस्व का कुछ भाग व्यक्तिगत उपभोग तथा जोड़ों और हाथियों के निर्धारित दल के रख-रखाव के लिए अपने पास रख लेते थे।
vii) ये दल विजयनगर शासकों को एक प्रभावी शक्ति प्रदान करने में सहायक होते थे जिसकी मदद से उन्होंने पुरे दक्षिण प्रायद्वीप को अपने नियंत्रण में किया हुआ था।
viii) अमर - नायक राजा को वर्ष में एक बार भेंट भेजा करते थे और अपनी स्वामिभक्ति प्रकट करने के लिए राजकीय दरबार में उपहारों के साथ स्वयं उपस्थित हुआ करते थे।
(ix) अमर नायक राजा के नियंत्रण मे रहते थे राजा कभी-कभी उन्हें एक दूसरे स्थान पर, स्थानांतरित कर उन पर अपना नियंत्रण दर्शाते थे।
(X) 17 वीं शताब्दी में इनमें से कई नायकों ने अपने स्वतंत्र राज्य स्थापित कर लिए थे।
Q19. विजयनगर साम्राज्य में जल - संपदा की पूर्ति कैसे की जाती थी ? स्पष्ट कीजिए।
उतर (ⅰ). तुंगभद्रा नदी :- यह नदी उत्तर-पूर्व दिशा में बहती है आस- पास का भूदृश्य रमणीय ग्रेनाइट की पहाड़ियों से परिपूर्ण है जो शहर के चारों ओर करधनी का निर्माण करती सी प्रतीत होती है। इन पहाड़ियो से कई जल - धाराएँ आकर नदी से मिलती है।
ii) कमलपुरम जलाशय : लगभग सभी धाराओं के साथ साथ बाँध बनाकर अलग - अलग आकारों के हौज़ बनाए गए थे। क्योंकि विजयनगर साम्राज्य प्रायद्वीप के सबसे शुष्क क्षेत्रों में से एक था इसलिए पानी के संचय और इसे शहर तक ले जाने के व्यापक प्रबंध करना आवश्यक था । ऐसे सबसे महत्त्वपूर्ण हौजो में एक का निर्माण पंद्रहवीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में हुआ जिसे आज कमलपुरम् जलाशय कहा जाता है। इस हौज के पानी से न केवल आस-पास के खेतों को सींचा जाता था बल्कि इसे एक नहर के माध्य से "राजकीय केन्द्र" तक भी ले जाया गया था।
iii). हिरिया नहर :- बस नहर में तुंगभद्रा पर बने बाँध से पानी लाया जाता था और इसे "धार्मिक केन्द्र" से "शहरी केन्द्र" को अलग करने वाली घाटी को सिंचित करने में प्रयोग किया जाता था । संभवतः इसका निर्माण संगम वंश के राजाओं द्वारा करवाया गया था।
Q20. विजयनगर का क्या अर्थ है?
उतर. विजयनगर का अर्थ है कि " विजय का शहर"
Q.21. कृष्णदेव राय के शासन की चारित्रिक विशेषता विस्तार और दृढीकरण था। कैसे ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर. i) इसी काल में तुंगभद्रा और कृष्णा नदियों के बीच का क्षेत्र (रायचूर दोआब) हासिल किया गया (1512), उड़ीसा के शासकों का दमन किया गया (1514) तथा बीजापुर के सुलतान को बुरी तरह पराजित किया गया था (1520) ।
ⅱ) राज्य हमेशा सामरिक रूप से तैयार रहता था लेकिन और फिर भी यह अतुलित शांति और समृद्धि की स्थितियों से फला फूला
iii) मंदिरों के निर्माण तथा कई महत्वपूर्ण दक्षिण भारतीय मंदिरों में भव्य गोपुरमों को जोड़ने का श्रेय कृष्ण देव को ही जाता है।
iv) विजयनगर के संदर्भ में सबसे विस्तृत विवरण कृष्णदेव राय के या उनके तुरंत बाद के कालों से प्राप्त होते है
Q22. विजयनगर साम्राज्य में भवन निर्माण के लिए किस स्थापत्य शैली का प्रयोग किया गया था ?
उतर. इंडो-इस्लामिक
Q23. शहर के किलेबंद क्षेत्र में कृषि क्षेत्र को रखने के आपके विचार में क्या फायदे और नुकसान थे?
उतर. प्रस्तावना :- विजयनगर शहर की एक मुख्य विशेषता इसकी बड़ी एवं सुदृढ़ किलेबंदी थी। किलेबंद की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह थी कि इसमें केवल शहरों को ही नहीं बल्कि खेती कार्य में प्रयोग किए जाने वाले आस-पास के क्षेत्र और जंगलों को भी घेरा गया था। अब्दुल रज्जाक के विवरण से भी किलेबंद कृषि क्षेत्रों की पुष्टि होती है। शहर के किलेबंद क्षेत्र में कृषि क्षेत्र को रखने के कई लाभ तथा नुकसान थे।
लाभ :-ⅰ) मध्यकाल में बिजय प्राप्ति में घेराबंदी का मुख्य योगदान होता था। घेराबंदियों का मुख्य उद्देश्य प्रतिपक्ष को खाद्य सामग्री से वंचित कर देना होता था ताकि वे बेवश होकर आत्म समर्पण को तैयार बे जाए। घेराबंदियों कई-कई महिनों तक और यहाँ तक की वर्षों तक चलती रहती थी। इस स्थिति को बाहर से खदानों का आना बहुत मुश्किल हो गया था । किलेबंद क्षेत्र में कृषि क्षेत्र को रखने के परिणाम स्वरूप शहर को अनाज की कमी का सामना नहीं करना पड़ता था।
ii) इसके परिणाम स्वरूप घेराबंदी
iii) इसके परिणाम खेतों में उगी फसलें शत्रु द्वारा किए जाने वाले आक्रमण से बच जाती थी।
iv) खेतों के किलेबंद क्षेत्र में होने के कारण प्रति पक्ष की
हानियाँ :-ⅰ) कृषि क्षेत्र को किलेबंद क्षेत्र में रखने की व्यवस्था बहुत महंगी थी। राज्य को इस पर ज्यादा धन राशि व्य्य करनी पड़ती थी।
ii) किलेबंद क्षेत्र में कृषि क्षेत्र होने के परिणाम स्वरूप घेराबंदी की स्थिति में बाहर रहने वाले किसानों के लिए खेतों में काम करना मुश्किल हो जाता था।
iii) घेराबंदी की स्थिति में कृषि के लिए बीज उर्वरक यंत्र आदि को बाहर के बाजारों से लाना पड़ता था जो बहुत कठिन कार्य भी था क्योंकि यदि कोई शत्रु किलेबंद क्षेत्र में प्रवेश करने में सफल हो जाता था तो खेतों में उगी फसल उसके विनाश का शिकार बन जाती थी।
Q24. विजयनगर साम्राज्य के शहरी केन्द्रों की दो मुख्य विशेषताएँ क्या थी ?
उतर. i) विजयनगर साम्राज्य की उत्तर-पूर्वी कोना शहरी केंद्र के लिए प्रसिद्ध था और इस हिस्से में परिष्कृत चीनी मिट्टी पायी गई थी।
ii) विजयनगर के शहरी केन्द्रों में अमीर व्यापारी रहते थे।
iii) इसके अलावा इस पुरे क्षेत्र में बहुत से पूजास्थल और छोटे मंदिर थे जो विभिन्न प्रकार के संप्रदायो द्वारा संरक्षित थे।
Q25. विजयनगर के राजकीय केन्द्र में महानवमी डिब्ब का नामकरण उसके आकार और उसके कार्यों के आधार क्या है? व्याख्या कीजिए ।
उतर ⅰ) महानवमी डिब्बा शहर के सबसे ऊँचे स्थानों में एक पर स्थित एक विशालकाय मंच है इसका आधार लगभग 11000 वर्ग फीट तथा ऊँचाई 40 फीट है। इस पर लकड़ी की एक संरचना बनी हुई थी। मंच के आधार पर उभारदार नक्काशी की गई थी।
ii) इस संरचना से जुड़े अनुष्ठान संमतः महानवमी डिब्बा से जुड़े थे जिसका संबंध उत्तर भारत के त्योहार दशहरे, बंगाल का दुर्गा पूजा, प्रायद्वीपीय भारत के नव-रात्रि या महानवमी के त्योहारों से है। इस अवसर पर विजयनगर, के शासक अपनी प्रतिष्ठा तथा शक्ति का प्रदर्शन करते थे। इस अवसर से जुड़े अनुष्ठान थे मूर्ति की पूजा, राज्य की अश्व की पूजा तथा भैंसों और अन्य जानवरों की बली ।
iii) इस अवसर के प्रमुख आकर्षक थे नृत्य, कुशती, साज लगे घोड़ो, हाथियों और रथों, सैनिकों की शोभायात्रा प्रमुख नायकों एवं अधिनस्थ राजाओं द्वारा राजा और उसके अतिथियों को दी जाने वाली औपचारिक भेट । इन उत्सवों का बहुत ही महत्वपूर्ण अर्थ था। त्योहार के अंतिम दिन राजा अपनी तथा अपनी नायकों की सेना का खुले मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में निरीक्षण करता था। इस अवसर पर सहायक राजा के लिए बड़ी मात्रा में उपहार तथा निश्चित कर लेते थे।
iv) विद्वानों का मत है कि संरचना के चारों ओर का स्थान सशस्त्र पुरुषों - स्त्रियों तथा बड़ी संख्या में जानवरों की शोभयात्रा के लिए प्रयोप्त नहीं था। राजकीय केन्द्र में स्थित कई अन्य संरचनाओं की तरह यह स्थल भी एक पहेली बना हुआ है।
Q26. डोमिगों पेस' द्वारा विजयनगर शासन के 'महानवमी डिब्बा' के बारे में देखे गए पहलुओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर. i) महानवमी डिब्बा शहर के सबसे ऊंचे स्थानों में से एक पर, स्थित था यह एक विशालकाय मंच था। इसका आधार लगभग 1000 वर्ग फीट तथा ऊँचाई 40 फीट है। इसके साथ ही मंच के आधार पर उभार दार नक्कासी की गई थी।
ii) इस मंच का सरोकार संमतः महानवमी या नवरात्रि नामक पर्व से जुड़े अनुष्ठानों से था। यह अनुष्ठान निम्नलिखित थे- भूमि की पूजा, राज्य के अश्व की पूजा और भैंसों एवं अन्य जानवरों की बली। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर विजयनगर के शासक अपनी प्रतिष्ठा और शक्ति का भी प्रदर्शन करते थे।
iii) नृत्य, कुश्ती, साज लगे घोड़ों, हाथियों तथा रथो और सैनिकों की शोभायात्रा इस अवसर के मुख्य आकर्षक थे। इसके अतिरिक्त इन उत्सवों के विशेष सांकेतिक अर्थ भी थे।
iv) डोमिंगों पेस के अनुसार, त्योहार के अंतिम दिन राजा अपनी तथा अपने नायकों के सेना का खुल मैदान में आयोजित एक समारोह में निरीक्षण करता था इस अवसर पर नायक राजा के लिए उपहार और निश्चित भेंट कर भी लाते थे।
Q27. विजयनगर के राजकीय केन्द्र में स्थित किन्हीं दो मंदिरों के नाम बताइए ।
उतर ⅰ)कमल महल (परिषदीय सदन)
ⅱ) हजार राम मंदिर
Q28. विजयनगर के राजकीय केन्द्र में स्थित दो महत्वपूर्ण संरचनाएँ कौन सी थी?
उतर. ⅰ) कमल महल
ii) हजार, राम मंदिर,
हजार राम मंदिर की विशेषता :-
ⅰ) इस मंदिर का प्रयोग केवल राजा और उसके परिवार द्वारा किया जाता था।
ii )इस मंदिर के बीच के देवस्थल की मूर्तियाँ, अब नही है लेकिन दीवारों पर बनाए गए पटल मूर्तियाँ सुरक्षित है।
iii) मंदिर के आंतरिक दीवारों पर रामायण को उत्कीर्णित किया गया है।
Q29. विजयनगर के क्षेत्र में दक्षिण भारत के किन राजवंशों ने मंदिर निर्माण को प्रोत्साहन दिया था?
उतर.i)पल्लव
ii) चालुक्य
iii) होयसाल
iv) चोल
Q30. आमतौर पर शासक विजयनगर क्षेत्र में मंदिर निर्माण को प्रोत्साहन क्यों देते थे ?
उतर. i) अपने आप को ईश्वर से जोड़ने के लिए ।
ii) शासकों के दृष्टिकोण से मंदिरों का निर्माण, मरम्मत तथा रखरखाव अपनी सत्ता संपत्ति तथा निष्ठा के लिए समर्थन तथा मान्यता के महत्वपूर्ण माध्यम थे।
Q31. विजयनगर में विशाल स्तर पर बनाई गई कौन-सी रचनाएँ राजकीय सत्ता की घोतक थी ?
उतर. i) राय गोपुरम
ii) राजकीय प्रवेशद्वार
* विरूपाक्ष मंदिर की विशेषता::
i) विरूपाक्ष मंदिर का निर्माण कई शाब्दियों में हुआ था।
ii) मुख्य द्वार के सामन का मण्डप कृष्णदेव राय ने अपने राज्यारोहण के अपलक्ष्य में बनवाया था। इसे सूक्ष्मता से उत्कीर्णित स्तंभों से सजाया गया था।
iii ) पूर्वी गोपुरम् के निर्माण का श्रेय भी उसे ही दिया जाता है। इन परिवर्धनों का अर्थ था कि केन्द्रीय देवालय पुरे परिसर के एक छोटे भाग तक सीमित रह गया था।
iv) मंदिर के समागरों का प्रयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए होता था। इनमें से कुछ ऐसे थे जिसमें देवताओं की मूर्तियाँ संगीत, नृत्य और नाटकों के विशेष कार्यक्रमों को देखने के लिए रखी जाती थी।
v) अन्य सभागारों का प्रयोग देवी - देवताओं के विवाह 'के उत्सव पर आनंद मनाने और कुछ अन्य का प्रयोग देवी-देवताओं को विवाह झूला झुलाने के लिए होता था। इन अवसरों पर विशिष्ठ मूर्तियों का प्रयोग होता था जो छोटे केंन्द्रीय देवालयों में स्थापित मूर्तियों में भिन्न होती थी।
*विजयनगर के हम्पी शहर को राष्ट्रीय महत्त्व के रूप में 1976 ई. में मान्यता मिली।
*विट्ठल मंदिर की विशेषता:
i) इस मंदिर के मुख्य देवता विठ्ठल थे जो राष्ट्र में पूजे जाने वाले विष्णु के रूप है।
ii) इस देवता की पूजा को कर्नाटक में आरंभ करना उन माध्यमों का घोतक है जिनसे एक साम्राज्यित संस्कृति के निर्माण के लिए विजयनगर के शासकों ने अलग- अलग परंपराओं को आत्मसात किया अन्य मंदिरों की तरह ही इस मंदिर में भी कई सभागार, तथा रथ के आकार का एक अनूठा मंदिर भी है।
iii) मंदिर परिसरों की एक चारित्रिक विशेषता रथ गलियां है जो मंदिर के गोपुरम् से सीधी रेखा जाति है। इन गलियों का फर्श पत्थर के टुकड़ों से बनाया गया था और इसके दोनों ओर स्तंभमण्डप थे जिनमें व्यापारी अपनी दुकानें लगाया करते थे।
iv) जिस प्रकार नायकों ने किलेबंदी की परंपराओ को जारी रखा तथा और अधिक व्यापक बनाय ठीक वैसे ही उन्होंने मंदिर निर्माण की परंपराओ के संदर्भ में भी किया। यहाँ तक की कुछ सबसे दार्शनिक गोपुरमों का निर्माण भी स्थानीय नायकों द्वारा किया गया था। विरुपाक्ष और विठ्ठल मंदिर इसका की जीता - जागता उदाहरण है।
Q32. विजयनगर साम्राज्य की जानकारी के मुख्य स्रोत क्या?
उतर. i) फोटोग्राफ
ii) नक्शे
iii) संरचनाओं के खड़े रेखा चित्र
iv) मूर्तियां
Q33. विजयनगर साम्राज्य पर अध्ययन करने वाले प्रमुख पुरातात्विक कौन थे ?
उतर. i) जॉन एम फ़्रिहज
ii) जॉर्ज मिशेल
iii) एम एस नगराज राव
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