Class 11th History Chapter 2 (तीन महाद्वीपों में फैला हुआ साम्राज्य) Notes in Hindi
Class 11th History Chapter 2 Notes in Hindi
(तीन महाद्वीपों में फैला हुआ साम्राज्य)
:- रोम साम्राज्य दूर-दूर तक फैला हुआ था। इसके विशाल राज्य क्षेत्र में आज अधिकांश यूरोप और पश्चिमी एशिया तथा उत्तरी अफ्रीका का बहुत बड़ा हिस्सा शामिल था।
* रोम साम्राज्य की इतिहास की मुख्य जानकारी के स्त्रोत-:
i) पाठ्य सामग्री
ii) प्रलेख या दस्तावेज
iii) भौतिक अवशेष
*(वर्ष - वृत्तांत) - समकालीन व्यक्तियों द्वारा लिखा गया उस काल का इतिहास जिसे वर्ष - वृतांत कहा जाता है।
*(पैपाइरस)- पैपाइरस एक सरकंडा जैसा पौधा था जो मिश्र में नील नदी के किनारे उगा करता और उसी से लेखन सामग्री तैयार की जाती थी।
# रोम साम्राज्य और ईरान साम्राज्य
-: ईसा मसीह के जन्म से लेकर सातवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में 630 के दशक तक की अवधि में अधिकांश यूरोप, उत्तरी मध्य-पूर्व तक के विशाल क्षेत्र दो सशक्त साम्राज्यों का शासन था। ये दो साम्राज्य रोम और ईरान के थे।
-: उन्हे भू लमि की एक संकरी है
* रोम साम्राज्य और ईरान साम्राज्य में अंतर
(रोम साम्राज्य)
i )रोमन साम्राज्य भूमध्यसागर से लेकर सहारा रेगिस्तान तक फैला हुआ था।
ii) रोमन साम्राज्य सांस्कृतिक दृष्टि से ईरान की तुलना में कही अधिक विविधतापूर्वाक था।
(ईरान साम्राज्य)
i) ईरान साम्राज्य कैस्पियन सागर से लेकर पूर्वी अरब तक फैला हुआ था।
ii) पार्थियाई और ससानी राजवंशों ने ईरान पर शासन किया था।
*कौन-सी नदी रोमन साम्राज्य और ईरान साम्राज्य को अलग करती है=. फरात नदी।
*.उत्तर में रोमन साम्राज्य में सीमा का निर्धारण किन दो से होता था =. i) राइन ii) डैन्यूब
* रोमन साम्राज्य को मोटे तौर पर दो चरणों में बांटा गया था -
i) पूर्ववर्ती।
ii )परी।
(पूर्ववर्ती)
i) तीसरी शताब्दी के मुख्य भाग तक को संपूर्ण अवधि की पूर्ववर्ती कहा जाता है।
(परवर्ती)
i) तीसरी शताब्दी के मुख्य भाग की संपूर्ण अवधि को उसके बाद की अवधी को परवर्ती कहा जाता है।
*.रोमन साम्राज्य का प्रथम सम्राट कौन था =ऑगस्टस था।
*(सैनेट)-i) वह निकाय था जिसने उन दिनों में जब रोम एक रिपब्लिक यानी गणतंत्र या सत्ता पर अपना नियंत्रण रखा रहा था।
i। i)रोम में सैनेट नामक संस्था का अस्तित्व कई शताब्दीयो तक रहा था।
iii)वह एक ऐसी संस्था थी जिसमें कुलीन एवं अभिजात वर्गो यानी मुख्यतः रोम के धनी परिवार का प्रतिनिधित्व था
iv)इतिहास की अधिकांश पुस्तके जो आज यूनानी तथा लातिनी मे ज्यादातर लिखी मिलती है।
(प्रिसिपेंट) - प्रथम सम्राट, ऑगस्टस में 27 ई.पू. मे जो राज्य स्थापित किया था उसे प्रिंसिपेट कहा जाता है।
* रोमन साम्राज्य की सेना की मुख्य विशेषता -:
i)प्रत्येक सैनिक को वेतन दिया जाता था और न्यूनतम 25 वर्ष तक सेवा करनी पड़ती है।
ii) सेना साम्राज्य में सबसे बड़ा एकल संगठित निकाय थी जिसमे चौथी शताब्दी तक 6,00,000 सैनिक थे।
iii) सैनिक बेहतर वेतन और सेवा - शती के लिए लगातार आंदोलन करते रहते थे।
iv) सैनिक अपने सेनापतियो और यहाँ तक कि सम्राट द्वारा निराशा महसूस करते थे तो ये आंदोलन प्रायः सैनिक विद्रोहो का रूप ले लेते थे।
(रोमन साम्राज्य के प्रमुख सम्राट )
1 ऑगस्टस
2 टि बेरियस
3 त्रजान
4 गैली ठस
-: हेरॉड के राज्य से प्रतिवर्ष 54 लाख दीनारियस (1,25,000 कि.ग्रा. सोने) के बराबर आमदनी होती थी।
* (दीनारियस) - दीनारियस रोम का एक चांदी का सिक्का होता था जिसमें लगभग 4.5 गाम विशुद्ध चांदी होती थी।
भूमध्यसागर के तटो पर स्थापित बड़े शहर।
i) कार्थेज
ii) सिकंदरिया
iii) रतटिऑफ
*.रोम शहरी जीवन की खास विशेषता =
i) सार्वजनिक स्नान - गृह
ii) मनोरंजक कार्यक्रम या प्रदर्शन
# तीसरी - शताब्दी का संकट
(i).ईरान मे 1225 ईस्वी में अपेक्षाकृत एक अधिक आक्रामक वंश उभर कर सामने आया । इस वंश के लोग स्वयं को ससानी वंश कहते थे।
(ii) 60000 रोमन सेनाओ की हत्या
(iii) रोमन साम्राज्य की पूर्वी राजधानी एंटी ऑफ पर कब्जा।
iv) बार-बार आक्रमण के कारण रोमन वासियो को डेन्यूब से आगे क्षेत्र छोड़ने पड़ा ।
v) 47 वर्षों मे सम्राटो का सता सीन होना
vi) जर्मन जनजातियों का डैन्यूब और राइन नदी और आगे बढ़ाना ।
vii) आंतरिक तनाव का होना ।
* लिंग, साक्षरता, संस्कृति:-
i) एकल परिवार का व्यापक रूप से चलन था।
ii) वरास्क पुत्र अपने पिता के परिवारों के साथ नहीं रहते थे और वरास्क भाई बहुत कम साझे परिवार में रहते थे।
ⅲ) गणतंत्र के परवर्तीकाल (प्रथम शती ई०पू०) तक विवाह का रूप ऐसा था कि पत्नी अपने पति को अपने संपति हस्तांतरित नही किया करती थी किंतु अपने पैतृक परिवार में वह अपने पूरे
iv)रोम की महिलाओं को संपति के स्वामित्व व संचालक है व्यापक कानूनी अधिकार प्राप्त हैं।
v) कानून के अनुसार पति-पत्नी को संयुक्त रूप से। वित्तीय हस्ती नहीं बल्कि अलग-अलग दो वित्तीय माना जाता था और पत्नी को पूर्ण वैधिक स्वतंत्रता प्राप्त थी।
vi) तलाक देना अपेक्षाकृत आसान था और इसके लिए पति अथवा पत्नी द्वारा केवल विवाह - भंग करने के इरादे की सूचना देना की काफी थी।
vii) पुरुष 28-29, 30-32 की आयु में विवाह करते थे जबकि लड़कियो की शादी 16-18 वे 22-23 साल की आयु में की जाती थी।
viii) पति और पत्नी के बीच आयु का अंतराल बना रहता था। इसमे कई असमानता को कुछ बढ़ावा मिल गया ।
ix) विवाह आमतौर पर परिवार द्वारा नियोजित होते थे और इसमें कोई संदेह नहीं कि महिलाओं पर उनके पति अकसर हावी रहते थे।
x) पिताओं का अपने बच्चों पर अत्यधिक कानूनी नियंत्रण होता है या कभी - कभी तो दिल दहलाने वाली सीमा तक उदाहरण- अवांछित बच्ची के मामले में उन्हें जिंदा रखने या मार डालने तक का कानूनी अधिकार प्राप्त थे।
Q. रोमन साम्राज्य में सांस्कृतिक विविधता किन रूप एवं स्तरों पर दिखाई गई है
Ans.i) धार्मिक सम्प्रदायो तथा स्थानीय देवी- देवताओं की भरपुर विविधता ।
ii) बोलचाल की अनेक भाषाएँ ।
iii) वेशभूषा की विविध शैलियाँ ।
iv) तरह-तरह के भोजन ।
v) समाजिक संगठनो के रूप ।
vi) बस्तियों के अनेक रूप।
* मिश्र→ कॉप्टिक भाषा बोली जाती है।
* उत्तरी अफ्रीका- म्यूजिक और बरबर भाषा जाती थी।
* स्पेन - कैल्टिक भाषा बोली जाती थी।
(आर्थिक विस्तार)
साम्राज्य में बंदरगाहो, खानो, खदानो. इट-भट्ठो. जैतून के तेल की फैक्टरियों आदि की संख्या काफी अधि बी।
(एम्फोरा), शराब. जैतून का तेल तथा अन्य तरल पदार्थों की ढुलाई ऐसे मटको 'या कंटेनरो में होती थी जिन्हें "एम्फोरा (Amphora) कहते थे ।
(ड्रेसल - 20) - स्पेन मे जैतून का तेल निकालने का उधम 140-160 ईस्वी के वर्षो में अपने चरमोत्कर्ष पर था। उन दिनो सोन में उत्पादित जैतून का तेल मुख्य रूप से ऐसे कंटेनरो में ले जाया जाता था जिन्हे ड्रेसल-20 कहते है।
*.परवर्ती पाँचवी और छठी शताब्दी के देशों में अंगूरी शराब तथा जैतून - तेल का निर्यातक बना था
i) एशियन, दक्षिण एशिया - माइनर (तुर्की). * सीरिया और फिलिस्तीनी देश थे।
ii) सबसे बढ़िया किस्म की अंगूरी शराब कैम्पैनिया से आती थी।
* (मैपालिया) - चरवाहे तथा अर्थ- यायावर सपने में अवन (oren) आकार की झोपड़िया जिन्हे मैपालिया कहते थे । उठाए इधर-उधर घूमते-फिरते रहते थे। साथ
* (कैस्टेला)- जो पहाड़ियों की चोटियों पर बसे गाँवो में रहते थे। इन गांवो को कैस्टेला (Castella) कहा जाता था।
* रोम साम्राज्य में दासों की स्थिति / श्रमिकों पर नियंत्रण
i) रोम की अर्थव्यवस्था में अधिकांश श्रम, दासों द्वारा ही किया जाता था।
ⅱ) जहाँ ऑगस्टस के शासन काल में इटली की कुल 75 लाख की आबादी में 30 लाख दास थे।
ⅲ) उन दिनों दासों को पूँजी - निवेश की दृष्टि से देखा जाता था।
iv) एक और जहाँ उच्च वर्ग के लोग दासों के प्रति प्राय क्रूरतापूर्ण व्यवहार करते थे, वही दूसरे और साधारण लोग उनके प्रति कहीं अधिक सहानुभूति रख सकते थे
v) वेतनभोगी मजदूर सस्ते तो पड़ते ही थे. उन्हे आसानी से छोड़ा और रखा जा सकता था।
vi) रन दासों और मुक्त व्यक्तियों (अर्थात ऐसे दास जिन्हें उनके मालिको ने मुक्त कर दिया था) को व्यापार प्रबंधको के रूप में व्यापक रूप से नियुक्त किया जाने लगा।
vii) क्योकि इस प्रकार अलग-अलग समूह में काम करने वाले दसों के पैरों में जंजीर डालकर एक साथ रखा जाता था।
viii) कभी-कभी माता-पिता अपने बच्चों को 25 वर्ष के लिए बेचकर बंधुआ मजदूर बना देते थे।
*(वरिष्ठ प्लिनी) - वरिष्ठ प्लिनी एक प्रसिद्ध प्रकृति वैज्ञानिक थे।
•.दास समूहों के प्रयोग की यह कहकर निंदा की कि यह उत्पादन आयोजित करने का सबसे खराब तरीका है।
•.क्योकि इस प्रकार अलग-अलग समूह में काम करने वाले दासों को आमतौर पर पैरो मे जंजीर डालकर एक साथ रखा जाता था।
# सामाजिक श्रेणियां:-
इतिहासकार टैसिटस ने प्रारंभिक साम्राज्य के प्रमुख सामाजिक समूहों का वर्णन इस प्रकार किया था-
i) सैनेटर
ii) अश्वरोही वर्ग के प्रमुख सदस्य ।
iii) जनता का सम्माननीय वर्ग ।
iv) फूहड़ निम्नतर वर्ग ।
Q- परवर्ती साम्राज्य में प्रथम तीन शताब्दियों से प्रचलित चाँदी - आधारित मौद्रिक प्रणाली समाप्त क्यो हो गई।
Ans- क्योकि स्पेन को खानों से चांदी मिलनी बंद हो गयी थी और सरकार के पास चांदी की मुद्रा के प्रचलन के लिए पर्याप्त चांदी नही रह गई थी।
* कास्टेनटाइन ने सोने पर आधारित नयी मौद्रिक - प्रणाली स्थापित की और परवर्ती समूचे पुराकाल मे इन मुद्राओं का भारी मात्रा में प्रचलन रहा।
# परवर्ती पुराकाल, (परवर्ती पुराकाल) -
परवर्ती पुराकाल' शब्द का प्रयोग रोम साम्राज्य के उद्भव विकास और पतन के इतिहास की उस अंतिम दिलचस्प अवधि का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो मोटे तौर पर चौथी से सातवी तक फैली हुई थी।
* (सम्राट कान्स्टेनटाइन) - सम्राट कन्स्टेनटाइन द्वारा ईसाई धर्म को राजधर्म बना लेने का निणर्य ।
ⅱ) सातवीं शताब्दी मे इस्लाम का उदय ।
* (सम्राट डायोक्लीशियन) - सम्राट ने देखा कि साम्राज्य का विस्तार बहुत ज्यादा हो चुका है ।
•.उसने साम्राज्य की सीमाओं पर किले बनवाए।
•.प्रांतो का पुनर्गठन किया और असैनिक कार्यों को सैनिक कार्यों से अलग कर दिया।
•.साथ ही उसने सेनापतियो (Duces) को अधिक स्वायतता प्रदान कर दी, जिस से ये सैन्य अधिकारी अधिक शक्तिशाली समूह के रूप में उभर आए ।
* (सॉलिडस/solidus) -: सम्राट कान्स्टेनटाइन ने सॉलिड
नामक एक नया सिक्का चलाया जो 4.5 ग्राम शुध्द सोने का बना हुआ था।
* कान्स्टेनटाइन का एक अन्य नवाचार था एक दूसरी राजधानी कुस्तुनतुनिया का निर्माण किया
* औद्योगिक प्रतिष्ठानों सहित ग्रामीण उद्योग - थथों में व्यापार के विकास में पर्याप्त मात्रा में पूंजी लगाई गई
Q- थुबान और रोमवासियों' की पारपंरिक धार्मिका संस्कृति बहुदेववादी क्या थी ?
Ans..ये लोग अनेक पंथो एवं उपासना पद्धतियों में विश्वास रखते थे और जूपिटर, जूनो, मिनर्वा और मॉर्स जैसे अनेक रोमन इतालवी देवी और यूनानी तथा पूर्वी देवी-देवताओं की पूजा किया करते थे, जिसके लिए उन्होने साम्राज्य भर में हजारों मंदिर भा और देवालय बना रखे थे।
* रोम साम्राज्य का समाप्त होना -:
(रोमोतर) (Post-Roman). पश्चिम में साम्राज्य राजनीतिक दृष्टि से विखड़ित हो गया। क्योकि उत्तर से आने वलि जर्मन मूल के समूही (गोय बैंडल, लोबाई आदि) के सभी बड़े प्रांतों को आपने कब्जे में ले लिया था और अपने सपने राज्य स्थापित कर लिए थे जिन्हें रोमोत्तर (Post-Roman राज्य कहा जा सकता है।
*इनमें से सबसे महत्वपूर्ण राज्य थे -:
- स्पेन मे विसिगोथो (visigoths) काराज्य 711 से 720 के बीच नष्ट कर दिया) (जिसे अरब ने
- गॉल में फ्रैंको का राज्य (लगभग 511-687) 1
- इटली में लोंबार्डी का राज्य (568-774)
(जस्टीनियन)-(i) जस्टीनियम का शासनकाल समृद्धि औव शाही महत्वाकांक्षा के उच्च स्तर का घोतक था।
(ii) जस्टीनियन ने (533 में) अफ्रीका को वैडलों (Vandals के कब्जे से छुडा लिया और इटली को ऑस्ट्रोनोयो से लेकर वापस उस पर अधिकार कर लिया।
*(.राजनीतिक क्रांति ) - अरब प्रदेश से शुरु होने वाले
इस्लाम के विस्तार को' प्राचीन विश्व इतिहास की सबसे बड़ी 'राजनीतिक कांति' कहा जाता है।
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