Class 11th History Chapter 7 ( आधुनिकीकरण के रास्ते ) Notes in Hindi
आधुनिकीकरण के रास्ते

* 19 वी सदी की शुरुआत में चीन का पूर्वी एशिया पर प्रभुत्व था।
- चीन में लंबी परंपरा के वारिस छींग राजवंश की सत्ता थी जो की काफी मजबूत शासन था।
- इस समय एक छोटा सा द्वीप - देश जापान अलग-थलग पड़ा हुआ प्रतीत होता था।
- लेकिन चिन मजबूत होने बाद भी कुछ ही दशकों के भीतर अशांति की गिरफत में आ गया और औपनिवेशिक चुनौती का सामना नहीं कर पाया
छींग राजवंश; के हाथ से राजनीतिक नियंत्रण जाता रहा, वह कारगर सुधार करने में असफल रहा और देश गृहयुध्द की लपटों में आगया।
- दूसरी और जापान एक आधुनिक राष्ट्र के निर्माण में लगा था
- जापान ने औधोगिक अर्थतंत्र को मजबूत किया।
- जापान ने ताइवान (1895) तथा कोरिया (1910) को अपने में मिला। लिया और औपनिवेशिक साम्राज्य कायम करने में सफल रहा।
* जापान ने चीन को 1894 मे हराया और 1905 में रूस को भी पराजित किया।
* जापान उन्नत प्रौद्योगिक राष्ट्र बन गया, लेकिन साम्राज्य लालसा ने उसे युद्ध में झोक दिया।
* 1945 मे आंग्ल अमरीकी सैन्यशक्ति के सामने उसे हार माननी पड़ी।
- लेकिन 1970 के दशक तक जापान अपनी अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करके एक प्रमुख आर्थिक शक्ति बनकर उभरा।
- जापान का आधुनिकीकरण का सफर पूँजीवाद सिद्धांतों पर आधारित था। और यह सफर उसने ऐसी दुनिया में तय किया जहां पश्चिमी उपनिवेशवाद का प्रभुत्व था ।
चीन और जापान ने इतिहास लेखन की लंबी परंपरा क्यों रही है?
क्योकि इन देशों में यह माना जाता है कि इतिहास शासकों के लिए महत्वपूर्ण मार्गदर्शक का काम करता है। ऐसा समझा जाता है कि अतीत वे मानक पेश करता है, जिनके आधार पर शासकों का आकलन किया जा सकता है इसीलिए शासकों में अभिलेखों की देखरेख और राजवंशो का इतिहास लिखनें के लिए सरकारी विभागों की स्थापना की।
Q. प्राचीन चिन का महानतम इतिहासकार किसे माना जाता था?
Ans. सिमा छियन (sina Qian 145-90 ईसा पूर्व) को प्राचीन चीन का महानतम इतिहासकार माना जाता है।
- जापान में भी चीनी सांस्कृतिक प्रभाव के चलने इतिहास को ऐसा ही महत्व दिया जाने लगा ।
Q. मेजी सरकार के शुरुआती अधिनियमों में कौन-कौन से सुधार शामिल थे?
Ans. 1869 में एक ब्यूरों की स्थापना, जिसका काम या अभिलेखों को इकट्ठा करना ।
- मेजी पुनर्स्थापना के बारे में मेजी' विजेताओं के नजरिए से लेखन करना था।
Q .चीनी इतिहास की जानकारी के मुख्य स्त्रोत क्या है?
Ans. चीनी इतिहास की जानकारी के मुख्य स्त्रोत निम्न है :-
1 सरकारी इतिहास ।
2 विद्वतापूर्ण लेखन ।
3 लोकप्रिय साहित्या।
4 धार्मिक परचे।
Q. नाइतो कोनन (Naito koman) कौन थे? और उन्होने कब और किस विभाग में प्राचय अध्ययन का विभाग बनाने में मदद की थी?
Ans.ये चीन पर काम करने वाले प्रमुख जापानी विद्वान थे जिनके लेखक ने अन्य जापानी लेखकों को प्रभावित किया।
- इन्होंने 1907 में क्योतो विश्वविद्यालय में प्राचय अध्ययन का विभाग बनाने में मदद की।
# परिचय
- चीन और जापान के भौतिक भूगोल में काफी अंतर है।
- चीन विशालकाय महाद्वीपीय देश है जिसमे कई तरह की जलवायु वाले क्षेत्र है :
- चीन का बहुत सा हिस्सा पहाड़ी है। हान सबसे प्रमुख जातीय समूह है और प्रमुख भाषा है चीनी । जैसे कि उइघुर, हुई, माँचू और तिब्बती।
- चीनी खानों में क्षेत्रीय विविधता की झलक मिलती है।
(डिम सम) -: यहीं का खाना है जो गुंथे हुए आटे को सब्जी आदि भरकर उबाल कर बनाए गए व्यंजन जैसा है।
- उत्तर में गेहूं मुख्य आहार है।
- जबकि शेचुओं (Szechuan) मे प्राचीन काल में बौद्ध भिक्षुओ द्वारा, लाए गए मसालें और रेशम मार्ग के जरिए । 15 वी सदी में पुर्तगालो व्यापारियों द्वारा लाई गई मिर्च के चलते खासा झालदार और तीखा खाना मिलता है।
- पूर्वी चीन में चावल और गेहूँ दोनो खाए जाते हैं।
जापान एक द्वीप श्रृंखला है जिसमें चार सबसे बड़े द्वीप हैं
- होशू (Honshu)
- क्यूशू (kyushu)
- शिकोकू (Shikoku)
- होकाइदों (Hokkaido)
- मुख्य द्वीपों को 50% से अधिक जमीन पहाड़ी है।
- जापान बहुत ही सक्रिय भूकम्प क्षेत्र में है।
- जापान में पशुपालन की परंपरा नहीं है।
- चावल बुनियादी फसल है और मछली प्रोटीन का मुख्य स्त्रोत है
*( साशिमी या सूशी): कच्ची मछली साशिमी या सूशी अब दुनिया भर मे लोकप्रिय हो गई है, क्योकि इसे बहुत सेहतमंद माना जाता है।
राजनीतिक व्यवस्था (जापान)
- जापान पर क्योतो में रहनेवाले सम्राट का शासन हुआ करता था।
- 12 वी सदी आते-आतें असली सता शोगुनों के हाथ में आ गई जो सैद्धांतिक रूप से राजा के नाम पर शासन करते थे।
- शोगुन दैम्यो पर नियंत्रण रखते थे।
- शौगुन दैम्यो को लंबे अरसे के लिए राजधानी एदो (आधुनिक तोक्यो) को रहने का आदेश देते थे।
- शोगुन प्रमुख शहरों और खदानों पर भी नियंत्रण रखते थे।
* (सामुराई)- सामुराई (योद्धावर्ग) शासन करनेवाले कुलीन थे और वे शोगन तथा दैम्यो की सेवा में थे।
Q.16 वी शताब्दी के अंतिम भाग मे तीन कौन-से परिवर्तनो ने आगे के विकास की तैयार की।
Ans , पहला, किसानों से हथियार के लिए गए, और अब केवल सामुराई तलवार रख सकते थे। इससे शान्ति और व्यवस्था बनी रही जबकि पिछली शताब्दी मे इस वजह से अक्सर लड़ाइयां होती रहती थीं।
- दैमयो को अपने क्षेत्रों की राजधानियों में रहने के आदेश दिए गए और उन्हें काफी हद तक स्वायत्तता प्रदान की गई
- मालिकों और कर दाताओं का निर्धारण करने के लिए जमीन का सर्वेक्षण किया गया था उत्पादकता के आधार पर भूमी वर्गीकरण किया गया। इन सबका मिला जुला मकसद राजस्व के लिए स्थायी आधार बनाना था।
- दैम्यो की राजधानिया बड़ी हुई। जिसके चलते ।17 वी शताब्दी के मध्य तक जापान में एदो दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर बन गया
- इसके अलावा ओसाका और क्योतो अन्य बड़े शहरों के रूप में उभरे।
- इससे वाणिज्यिक अर्थव्यवस्था का विकास हुआ और वित्त और ऋण की प्रणालियाँ स्थापित हुई।
- व्यक्ति के गुण उसके पद से अधिक मूल्यवान समझें जन लगे।
- शहरों मे जीवन संस्कृति खिलने लगी जहाँ तेजी से बढ़ते व्यापारी वर्ग ने नाटक और कलाओं को प्रोत्साहन दिया चूंकि लोगो को पढ़ने का शौक था, होनहार लेखकों के लिए यह संभव हो सका कि वे केवल लेखन से अपनी जीविका चला ले।
- एदी मे लोग नूडल की कटोरी की कीमत पर किताब किराए पर ले सकते थे। इससे यह पता चलता है कि छपाई किस स्तर पर होती थी और पढ़ना कितना लोकप्रिय था।
- छपाई लकड़ी के ब्लॉको से की जाती थी। जापानी लोग यूरोपीय छपाई को पसंद नहीं करते थे।
Q. जापान को अमीर देश क्यों समझा जाता था ?
Ans. क्योंकि वह चीन से रेशम और भारत से कपडा जैसा विला वस्तुएँ आयात करता था।
*(तोकुगावा): तोकुगावा ने कीमती धातुओं पर रोक लगा दी थी।
* (निशिजिन) : यह एक रेशम है। इसे दुनिया भर में बहतरीन रेशम माना जाता है।
Q. 'दि टेल सॉफ दि मेजी 'साहित्य की रचना किसने की थी।
Ans. 'मुरत्साबी शिकिबू ने की थी।
मेजी पुनर्स्थापना
मेजी वंश की पुनर्स्थापना के पीछे मुख्य कारण क्या थे।
Ans. i) 1867-68 में मेजी वंश के नेतृत्व में तोकुगावा वंश का शासन समाप्त किया गया।
ii) देश में'तरह-तरह का असंतोष था, साथ ही अंतरराष्ट्रीय व्यापार व कूटनीतिक संबंधों की भी मांग की जा रही थीं।
iii) इसी बीच 1853 में अमरीका ने कोमोडोर मैथ्यू पेरी (1794-1858) को जापानी सरकार से एक ऐसे समझौते पर हस्ताक्षर करने की मांग के साथ भेजा जिसमे जापान ने अमरीका के साथ राजनयिक और व्यापारिक संबध बनाए।
iv) जापान ने अगले साल ऐसे समझौते पर हस्ताक्षर किए जापान चीन के रास्ते मे था और अमरीका चीन में ए बड़ा बाजार देखता था। इसके अलावा अमरीका को प्रशांत महासागर में अपने बेड़ो के लिए ईंधन लेने की जगह चाहिए थी। उस समान्य केवल एक ही पश्चिमी देश जापान के साथ व्यापार करता था वह था, हॉलैंड।
Q. पेरी के आगमन ने जापानी राजनीति पर महत्वपूर्ण असर क्यों डाला?
Ans. i) क्योंकि सम्राट की अचानक अहमियत बढ़ गई, जिसे तब तक बहुत कम राजनैतिक सत्ता मिली हुई थी।
ii) 1868 में एक आंदोलन द्वारा शोगुन को जबरदस्ती सत्ता से हटा दिया गया और सम्राट मेजी को एदो ले आया गया। एदो को राजधानी बना दिया गया और इसका नया नामकरण हुआ, तोक्यो जिसका है, पूर्वी राजधानी
Q. फुकोकु क्योहे का क्या अर्थ था?
Ans. i) यह एक नारा था।
ii) इसका अर्थ है 'समृध्द देश, मजबूत सेना है।
:- उन्होनें यह समझ लिया कि उन्हें अपनी अर्थव्यवस्था का विकास" और मजबूत सेना का निर्माण करने की जरूरत हैं, अन्यथा उन्हें भी भारत की तरह पराधीनता का सामान करना पड़ सकता है। इस कार्य के लिए उन्हें जनता के बीच राष्ट्र भी भावन का निर्माण करने और प्रजा को नागरिक की श्रेणी मे बदलने की जरूरत महसुस हुई।
Q-1870 के दशक मे जापान मे बनी नयी शिक्षा व्यवस्था की व्याख्या कीजिए ?
Ans. i) लड़कों और लड़कियों का स्कूल जाना अनिवार्य हो गया-
ii) पढ़ाई की फीस बहुत कम थीं।
iii) शुरु मे पाठ् चर्चा पश्चिमी नमूनों पर आधारित थी ।
iv) लेकिन 1870 के दशक के आते-आते आधुनिक विचारों पर जोर देने के साथ-साथ राज्य के प्रति निष्ठा और जापानी इतिहास के अध्ययन पर बल दिया जाने लगा।
v) शिक्षा मंत्रालय फण्यचर्या पर किताबो के चयन और शिक्षकों के प्रति प्रशिक्षण पर नियंत्रण रखता था।
vi) नैतिक संस्कृति स्कूली में पढ़ाना जरूरी था। और किताबों में माता पिता के आदर, राष्ट्र के प्रति वफादारी
और अच्छे नागरिक बनने की प्रेरणा दी जाती थीं।
- राष्ट्र के एकीकरण के लिए भेजी सरकार ने पुराने गांवो और क्षेत्रीय सीमाओं को बदल कर नया प्रशासनिक ढांचा तैयार किया।
- प्रशासनिक इकाई में पर्याप्त राजस्व जरूरी था जिससे स्थानीय स्कूल और स्वास्थ्य सुविधाएँ जारी रखी जा सकें।
- 20 साल से अधिक उम्र के नौजवानों के लिए कुछ अरसे के लिए सेना में काम करना अनिवार्य हो गया ।
- एक आधुनिक सैन्य बल तैयार किया गया। कानून व्यवस्था बनाई गई।
- इन तमाम उपायों में सरकार को विरोध का सामना करना पड़ा। सेना और नौकरशाही को सम्राट के निर्देश मे रखा गया।
- यानी कि संविधान बनने के बावजूद यह दो गुट सरकारी नियंत्रण के बाहर रहें। लोकतांत्रिक संविधान और आधुनिक सेना-इन दो अलग आदेशों को महत्व देने के दूरगामी नतीजे हुए । सेना के और इलाके जीवन के मकसद से मजबूत विदेश नीति के लिए दबाव डाला। इस वजह से चीन और रूस के साथ जंग हुई दोनों में ही जापान विजयी रहा ।
अर्थव्यवस्था का आधुनिकीकरण )
- मेजी सुधारी में महत्वपूर्ण हिस्सा अर्थव्यवस्था का आधुनिकीकरण था
- कृषि पर कर (TAx) लगाकर धन इकट्ठा किया गया।
- जापान की पहली रेल लाइन 1870-72 में तोक्यो और योकोहामा बंदरगाह के बीच बिछाई गई ।
- वस्त्र उद्योग के लिए मशीने यूरोप से आयात की गई।
- मजदूरों के प्रशिक्षण के लिए विदेशी कारीगरों को बुलाया गया, साथ ही उन्हें जापानी विश्वविद्यालयों और स्कूलों में पढ़ाने के लिए भेजा गया ।
- जापानी विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए विदेश भी भेजा गया
- 1872 में आधुनिक बैंकिंग संस्थाओं का प्रारंभ हुआ।
- मित्सुबिशी (Mitsubishi) और सुमितो मों (Sumitomo) जैसी कम्पनियों को सब्सिडी और करों में फायदें के जरिये प्रमुख जहाज निर्माता बनने में मदद मिली।
- इससे जापानी व्यापार जापानी जहाजों में होने लगा
जापान का राष्ट्रीय रंग क्या है?
Ans. लाल, हरा, नील
* (हीरागाना). यह एक प्रकार की नारी होती थी जिसे सुलभ समसा जाता की।
* (हीरागाना और कताकाना)- यह जापान की थूनात्मक वर्ग नमला थी
सन् 1872 में जपाना की जनसंख्या कितनी थी?
. 3.5 करोड. 1920 मे 5.5 करोड़ |
*(होकाइदो)
- यह जापान का उत्तरी टापु था ।
- यह एक यह स्वतंत्र इलाका बा ।
- यहा आयानू कहे जाने वाले देशी लोग रहते थे।
# (औद्योगिक मजदूर )
औधोगिक मजदूरों की संख्या
वर्ष जनसंख्या
* 1870 7 लाख
* 1913 40 लाख
* 100 से ज्यादा मजदूर वाले कारखानों की जनसंख्या
1909 ---- 1000
1920 ---- 2000
1930 ---- 3000
1940 ---- 5,50,000
-: उद्योग के तेज और अनियंत्रित विकास और लकड़ी जैसे प्राकृतिक संसाधनों की मांग से पर्यावरण का विनाश हुआ,
जापान में पहली हड़ताल का आयोजन कब और किसने किय था?
1886 मे पहली आधुनिक हड्ताल का आयोजन महिलाओं ने ही किया था।
जापान में पहला पर्यावरण आंदोलन कब और किसके नेतृत्व में हुआ था?
1887 में तनाको शोजों (Tanaka Shozo) के नेतृत्व में यह औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ पहला आंदोलन था।
. जापान की संसद का क्या नाम है?
डायट
- मेजी संविधान सीमित मताधिकार पर आधारित था और उसने डायट बनाई जिसके अधिकार सीमित थे।
- 1918 और 1931 के दरमियान जनमत से चुने गए प्रधानमंत्रियों ने मंत्रिपरिषद् बनाए ।
- इसके बाद उन्होंने पार्टियों का भेद भुला कर बनाई गई राष्ट्रीय एकता मंत्रिपरिषद के हाथों अपनी सत्ता खो दी।
- सम्राट सैन्यबलों का कमांडर था और 1890 से पैमाना जाने लगा कि थलसेना और नौसेना का नियंत्रण स्वतंत्र है।
1899 मे जापान के PM ने क्या आदेश दिया?
1899 में PM ने आदेश दिया कि केवल सेवारत जनरल और एडमिरल ही मंत्री बन सकते हैं।
-: सेना को मजबूत बनाने की मुहिम और जापान के उपनिवेश देशों की वृद्धि इस डर से जुड़े हुए थे कि जापान पश्चिमी शक्तियो. की दया पर निर्भर है। इस डर को सैन्य विस्तार के खिलाफ और सैन्यबलों को अधिक धन देने के लिए वसूले जानेवाले उच्चतर करों के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाने में इस्तेमाल किया गया।
मेजी काल के सबसे प्रसिद्ध बुद्धिजीवि कौन थे? और उनका जापान के प्रति क्या विचार था?
फुकुजावा युकिची (fukuzawa Yukichi माजी काल के प्रमुख बुद्धिजीवियों में से थे।
- उनका कहना था कि जापान को अपने में से एशिया को निकाल फेकना चाहिए। यानी जापान को अपने एशियाई लक्षण छोड़ देना चाहिए और पश्चिम का हिस्सा बन जाना चाहिए।
* (फुकुजावा यूकित्ची)
- इनका जीवन काल "1835-1901" है।
- इनका जन्म एक गरीब सामुराई परिवार में हुआ था।
- इनकी शिक्षा नामासकी और ओसका में हुई ।
- इन्होने डच और पश्चिमी विज्ञान पढ़ा और बाद में अंग्रेजी भी
- इन्होंने केंओ विश्वविद्यालय की स्थापन की थी।
- इन्होने अपने पुस्तक "ज्ञान के लिए प्रोत्साहन में जापान ज्ञान की कड़ी आलोचना की।
- इन्होंने कहाँ जापान के पास प्राकृतिक दृश्यों के अलावा गर्व करने के लिए कुछ भी नहीं है।
दर्शनशास्त्री मियाके सेल्सुरे (Miyake Sekure) ने जापान के विषय में क्या तर्क पेश किया था?
. उन्होने तर्क पेश किया कि विष्व सभ्यता के हित में हर राष्ट्र को अपने खास हुनर का विकास करना चाहिए। "अपने को अपने देश के लिए समर्पित करना अपने को विश्व को समर्पित करना है।
उएकी एमोरी (Ueki Ermori) कौन थे ? और वह किन सिद्धांतों के प्रशंसक थे
. जापान में संवैधानिक सरकार की मांग करने वाले जानवरों, अधिकारो के आंदोलन के नेता थे।
- फ्रांसीसी क्रांति में मानवो के, प्राकृतिक, अधिकार और जन प्रभुसत्ता के सिद्धांतों के प्रशंसक थे।
- वे उदारवादी शिक्षा के पक्ष में वो श्री प्रत्येक व्यक्ति को विकसित सकें। व्यवस्था से ज्यादा कीमती चीज है. आजादी । कर सकें
(रोजमरा की जिदंगी)
- जापान का एक आधुनिक समाज में रूपांतरण रोजाना की जिंदगी में आए बदलावों में भी देखा जा सकता है।
- पैतृक परिवार लावस्था में कई पीढ़ियाँ परिवार के मुखिया के नियत्रंण में रहती थीं। लेकिन जैसे-जैसे लोग समृध्द हुए। के बारे में नए विचार फैलने लगे।
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